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माता पिता के गौरव क्या बच्चों का कर्त्तव्य ।

माता - पिता के गौरव की स्थापना : बच्चों का कर्त्तव्य । माता - पिता के गौरव की स्थापना : बच्चों का कर्त्तव्य । तीन का उपकार बहुत दुष्प्रतिकार होता है माता - पिता , गुरु और जीविकादाता | माता…
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तब लगि कुसल न जीव कहुँ सपनेहुँ मन विश्राम ।

तब लगि कुसल न जीव कहुँ  सपनेहुँ मन विश्राम । जब लगि भजत न राम कहुँ  सोक धाम तजि काम ।।   ( सुंदरकांड , दो. 46)           राम राम बंधुओं, रावण द्वारा अपमानित होने पर विभीषण राम जी के पास…
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अंदर भरा सरोवर का रस। आध्यात्मिक ज्ञान।

अंदर भरा सरोवर का रस।  हमारे जीवन में माधुर्य हो । माधुर्य सबको प्रिय है , मधुरता सबको अच्छी लगती है । कटुता किसी को प्रिय नहीं होती । आपके मुंह में जब कोई मधुर चीज जाती है तो मन प्रफुल्लित हो…
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परमात्मा की परख आध्यात्मिक ज्ञान।

*➖परमात्मा की परख➖* *एक समय की बात है किसी गाँव में एक साधु रहता था, वह परमात्मा का बहुत बड़ा भक्त था और निरंतर एक पेड़ के नीचे बैठ कर तपस्या किया करता था | उसका परमात्मा पर अटूट विश्वास था और गा…
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जाति पाँति कुल धर्म बड़ाई । ज्ञान

                            ~~ श्री हरि~~   जाति पाँति कुल धर्म बड़ाई । धन बल परिजन गुन चतुराई ।। भगति हीन नर सोहइ कैसा । बिनु जल बारिद देखिअ कैसा ।। ( अरण्यकांड 34/3)  राम राम बंधुओं,…
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भए बरन संकर कलि भिन्नसेतु सब लोग ।

                     ~~श्री हरि~~  जन्म मरन सब दुख सुख भोगा । हानि लाभु प्रिय मिलन बियोगा । काल करम बस होहिं गोसाई । बरबस राति दिवस की नाई ।। सुख हरषहिं जड़ दुख बिलखाहीं। दोउ सम धीर धरहिं मन मा…
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ईश्वर उपासक के लक्षण। आध्यात्मिक ज्ञान

ईश्वर उपासक के लक्षण ।  १. सम्पूर्ण दिन ईश्वर के साथ सम्बन्ध बनाये रखना ।  २. समस्त संसार का ( अपने शरीर , मन , बुद्धि आदि सहित ) निर्माता , पालक , रक्षक ईश्वर को मानना ।  ३. वेद तथा वेदानुकू…
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धार्मिक आचरण आध्यात्मिक ज्ञान।

धार्मिक आचरण  पोथी पढ़कर कोई विद्वान नहीं हो सकता है । लोग कहते हैं कि इस अर्थ में विद्या क्या है ? ' सां विद्या या विमुक्तये । ' दरअसल विद्या उसी को कहते हैं , जिसके द्वारा हमें विमुक्ति मिल…
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भजन में दिखावा। आध्यात्मिक ज्ञान

भजन में दिखावा । भगवान्का नाम प्रेमपूर्वक लेता रहे , नेत्रोंसे जल झरता रहे , हृदयमें स्नेह उमड़ता रहे , रोमांच होता रहे तो देखो , उनमें कितनी विलक्षणता आ जाती है , पर वही दूसरोंको दिखानेके लिय…
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पापका बाप। आध्यात्मिक ज्ञान

पापका बाप । एक प्रसिद्ध कहानी है — एक पण्डितजी काशीसे पढ़कर आये । ब्याह हुआ , स्त्री आयी । कई दिन हो गये । एक दिन स्त्रीने प्रश्न पूछा कि ' पण्डितजी महाराज ! यह तो बताओ कि पापका बाप कौन है ?…
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