भगति सुतिय कल करन बिभूषन। जग हित हेतु बिमल विधु पूषन ।।
~~श्री हरि~~
भगति सुतिय कल करन बिभूषन।
जग हित हेतु बिमल विधु पूषन ।।
'र' और 'म' …-ये दोनों अक्षर भक्तिरूपिणी जौ श्रेष्ठ स्श्री है' उसके कानोंमें सुन्दर कर्ण फूल हैं । हाथों…