नर तन दीनों रामजी, सतगुरु दीनो ज्ञान’ ए घोडा़ हाँको अब, ओ आयो मैदान ।
~~श्री हरि~~
नर तन दीनों रामजी, सतगुरु दीनो ज्ञान'
ए घोडा़ हाँको अब, ओ आयो मैदान ।
औ आयो मैदान बाग करड़ी कर साबो,
हृदय राखो . ध्यान नाम रंसमासे गावो ।
कुण देख सगराम कहे आगे काढे क…