जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि : हमारी जैसी सोच है ।

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जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि ।

आज लोग अपने जीवन को बदलना चाहते हैं । जीवन में परिवर्तन केवल प्रवृत्ति के परिवर्तन से नहीं होता , जीवन का परिवर्तन व्यक्ति के नज़रिये से होता है । यदि तुम्हारा नज़रिया ठीक हो गया , सब कुछ ठीक हो गया और नज़रिया गलत हुआ तो सब कुछ गलत ।

कहते हैं कि –


  नजरें तेरी बदली तो नजारा बदल गया ,

  किश्ती ने बदला रूप तो किनारा बदल गया ।

 


हमारी कैसी सोच है , हमारी कैसी विचारधारा है , हम एक प्रसंग को अलग – अलग दृष्टिकोण से देख सकते हैं ।

और जो व्यक्ति जैसे देखता है , उसका सारा जीवन वैसा ही होता है । इसलिए संत कहते हैं कि अच्छे से देखने की कोशिश करो , हर प्रसंग के हर घटना के दो पहलू हैं , गिलास आधा भरा है यह कितना बड़ा सच है ।

गिलास आधा खाली है , ये भी उतना ही बड़ा सच है । दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं , पर आप किसको देखते हैं , आपका सब कुछ उस पर निर्भर करता है । आपकी जैसी दृष्टि होगी , बाहर वैसा सब कुछ दिखाई पड़ेगा ।

एक सुंदर युवती की मृत्यु हो गई , उसकी लाश पड़ी थी । सुंदर युवती की मृत्यु हुई , लाश पड़ी थी , वहीं उसका दीवाना रो रहा था । उसने कहा मेरी किस्मत फूट गयी , मेरे सपनों का संसार उजड़ गया ।

मैं तो इसको अपनी जीवन संगिनी बनाना चाहता था , लेकिन आज वो मेरे बीच से चली गयी , अब मेरा जीवन यूं ही रह गया । वहीं एक नृत्यांगना थी , उसकी दृष्टि उस पर पड़ी , उसने उसकी सुंदर कमनीय काया को देखा , काश यदि यह जीवित होती और मुझे मिल जाती , तो मैं इसे देश की एक श्रेष्ठ नृत्यांगना बनाती और उसके माध्यम से काफी पैसा कमाती ।

वहीं एक संत थे उनने उस मृत काया को देखा और कहा अरे इतनी सुंदर काया और यूं ही बर्बाद हो गयी , काश संयम का साधना में लग गयी होती तो अपने जीवन का कल्याण करती ।

घटना एक है , आप क्या देखते हैं सब इस पर निर्भर करता है , उसी में अच्छाई भी देखी जा सकती है , उसी में बुराई भी देखी जा सकती है । देखने वाले के ऊपर निर्भर करता है । आदमी की आँख पर जैसा चश्मा लगता है , बाहर वैसा ही दिखता है ।

जैसा काला चश्मा लगाने से सब काला दिखता है और हरा चश्मा लगा लेने से सब हरा दिखता है । आप जैसा चश्मा लगाओगे , वैसा आपको दिखाई पड़ेगा । जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि ।

कैसा चश्मा लगा है तुम्हारा , तुम चाहते हो अपने जीवन में तुम्हें खुशियां मिलें , तो बस खुश रहो   और अपनी आँखों में वही दृष्टि रखो , हर चीज को सकारात्मक तरीके से देखने की कोशिश करो , तुम्हारा जीवन खुशियों से भर जायेगा और तुम न चाहो तो तुम्हारे जीवन में दुःख ही दुःख होगा ।   More info click here

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